आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्या है ? फायदे तथा नुकसान | Artificial Intelligence in hindi

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है ? अर्थ, आवश्यकता, लाभ और नुकसान ( What is Artificial Intelligence In Hindi)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है? ( What is Artificial Intelligence)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) एक तकनीकी शब्द है जो कंप्यूटर या मशीनों को मानवों जैसी सोच वाली बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। इस तकनीक का उद्देश्य मशीनों को स्वयं निर्धारित कार्य करने वाले स्मार्ट होने की क्षमता प्रदान करना है।

- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) एक उन्नत तकनीक है जो मशीनों को स्वतंत्र रूप से सोचने, सीखने, काम करने, समस्याओं को हल करने और निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करती है। आजकल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ जुड़ी तकनीकों का विस्तार होता जा रहा है और इसका उपयोग  विभिन्न तरह क क्षेत्रों में किया जा रहा है, जैसे बैंकिंग, संचार, मनोरंजन और उत्पादकता तथा शिक्षा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग  स्वचालित गाड़ियों, आधुनिक रोबोट, अनुवाद, अभिवृद्धि वाणिज्य और रचनात्मक  कंप्यूटर में होने लगा है।  इसका एक प्रचलित उदाहरण है एलोन मस्क की टेस्ला कार जोकि बिना ड्राइवर के भी चल सकती है। 


Artificial Intelligence |आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीनों में मानसिक तथा बौद्धिक शक्ति को पैदा करके को अलग-अलग तरीकों से व्यव्हार , कार्य , गुण आदि सीखने की क्षमता देता है, जैसे कि लिखित भाषा को पढ़ना या समझना, मनुष्य की तरह प्रतिक्रिया देना, सवालो का उत्तर देना , कोई निर्धारित कार्य करना आदि। 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की आवश्यकता तथा उपयोगिता 
(Importance of Artificial Intelligence)

आजकल, एक बहुत बड़ी संख्या में डेटा का सामना करना और इसे संसाधित करना आवश्यक होता है। इसके लिए, AI का उपयोग किया जाता है जो कि मशीन लर्निंग, न्यूरल नेटवर्क, डीप लर्निंग और अन्य तकनीकों का उपयोग करता है।

AI के जरिए, हम मशीनों को सिखा सकते हैं कि वे किसी भी टास्क को संपादित कर सकते हैं, जो ज्यादातर मानवों के लिए असंभव हो सकता है। एक AI सिस्टम एक समस्या को समझ सकता है, इसे संभवतः लगातार बेहतर बनाने के लिए स्वयं अपग्रेड कर सकता है, और ताकतवर नतीजों के लिए आगे बढ़ सकता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तीन मुख्य शाखाएँ है -
(Branches of Artificial Intelligence)

1. सामान्य इंटेलिजेंस (General Intelligence): 

2. अनुपातिक इंटेलिजेंस (Narrow Intelligence):    

3.     सुपर ह्यूमन इंटेलिजेंस (Superhuman Intelligence) 

1. सामान्य इंटेलिजेंस (General Intelligence):- 

यह शाखा कंप्यूटर को मानवों के जैसे सोचने और समझने की क्षमता प्रदान करती है। इसे "सामान्य" कहा जाता है क्योंकि यह मानवों के जैसे विभिन्न कार्यों को करने में सक्षम होता है। इसका उदाहरण हैं, आपके स्मार्टफोन जिसमें वॉयस असिस्टेंट होता हैं जो आपके सवालों का जवाब देता हैं और आपके कमांड को समझता हैं।

2. अनुपातिक इंटेलिजेंस (Narrow Intelligence):-

 इस शाखा में कंप्यूटर को केवल एक विशिष्ट काम के लिए तैयार किया जाता है। उदाहरण के लिए, आपके ईमेल में स्पैम मेल को स्वचालित रूप से फिल्टर करने वाला एल्गोरिदम एक अनुपातिक इंटेलिजेंस का उदाहरण है। इस शाखा का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे वित्त, चिकित्सा एवं निर्माण इत्यादि। अनुपातिक इंटेलिजेंस एक ऐसी कृत्रिम बुद्धिमत्ता है जो केवल एक विशिष्ट कार्य के लिए तैयार की जाती है और अन्य कार्यों के लिए असमर्थ होती है। इसका अर्थ है कि यह केवल उन कार्यों को करने में सक्षम होता है जो उसे सिखाया गया है और उसके डेटा सेट में मौजूद होते हैं।

उदाहरण के लिए, एक ऑटोमेटेड टैक्सी जो केवल एक निश्चित इलाके में लोगों को उठाने और उन्हें अपने गंतव्य पर ले जाने के लिए प्रोग्राम किया गया हो। यह केवल उस इलाके में तैयार होता है और अन्य क्षेत्रों में काम नहीं कर सकता है। यह केवल स्वचालित तरीके से यात्रीयों की संख्या, दूरी, समय और विभिन्न अन्य मापदंडों के आधार पर फैसले लेता है। इसमें कोई बुद्धिमत्ता का तत्व नहीं है जो इसे बाकी स्थानों में या अन्य कार्यों के लिए उपयुक्त बना सके।  

3. सुपर ह्यूमन इंटेलिजेंस (Superhuman Intelligence):-

इसका मतलब है कि एक ऐसी क्षमता जो कंप्यूटर या AI सिस्टम को मानव से भी अधिक बुद्धिमान बनाती है। इसे भी "सुपर एआई" या "आर्टिफिशियल सुपरइंटेलिजेंस" के रूप में जाना जाता है।
इस शाखा में कंप्यूटर या AI सिस्टम को मानवों से बेहतर और तेज सोचने और समझने की क्षमता प्रदान की जाती है। सुपर ह्यूमन इंटेलिजेंस से अधिक बुद्धिमान कंप्यूटर का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे अंतरिक्ष अनुसंधान, नई दवाओं और चिकित्सा उपकरणों का विकास और अत्यधिक न्याय की आवश्यकता वाले कार्यों के लिए विभिन्न संगठनों द्वारा उपयोग किया जाता है।
एक सुपर ह्यूमन इंटेलिजेंस सिस्टम का उदाहरण गूगल के अल्फा गो चेस खेलने वाले सिस्टम का है, जो दुनिया के सबसे अधिक बुद्धिमान चेस खिलाड़ियों को भी हरा सकता है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लाभ
(Advantages of Artificial Intelligence)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कई लाभ हैं। यह विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है और नए संभावनाओं को उत्पन्न करता है। कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित हैं:

1. निर्णय लेने की क्षमता  -  AI एक उन्नत और शक्तिशाली टूल है जो विशेषज्ञता के स्तर पर निर्णय लेने की क्षमता बढ़ाता है। इससे लाभ होता है क्योंकि लंबे समय तक दूसरे विकल्पों के बारे में विचार करने से बचाया जाता है।  

2. अधिक संचार एवं संगठन - AI से लोगों के बीच संचार को बेहतर बनाया जा सकता है जो निखरती तकनीकों जैसे वॉयस, चैटबॉट्स और रोबोटों के माध्यम से हो सकता है। इससे संगठन में अधिक समानता और स्थिरता प्राप्त होती है।

3. उत्पादकता एवं कार्यक्षमता -   AI सिस्टम एक बहुत ही तेज़ कार्यक्रम होते हैं, जो संभवतः मानवों से बहुत तेज़ तरीके से काम करते हैं। इससे कार्य की गति में वृद्धि होती है और उत्पादकता बढ़ती है।  कंपनियों को कम समय में अधिक कार्य करने में मदद मिलती है। स्वचालित और स्व-शीध्र कार्य विधियाँ उत्पादकता में वृद्धि लाती हैं

4. सुरक्षा और संरक्षण  -   AI इस्तेमाल करके सुरक्षा सेवाओं को बेहतर तरीके से अपराध के खिलाफ लड़ाई करने में मदद करता है। इससे लाभ होता है क्योंकि जितने जल्दी हम अपराधियों को पकड़ते हैं, उतना अधिक अपराध को रोका जा सकता है। यह उपकरणों को जाँच-परख करने और संग्रह किए गए डेटा को संरक्षित करने में मदद करता है। इसके साथ ही इसे संरक्षण कार्यों के लिए भी उपयोग किया जा सकता है जैसे कि अवैध सामग्री के आधार पर अपराधियों की पहचान की जा सकती है। 
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के नुकसान तथा हानि 
(Disadvantages of Artificial Intelligence)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के साथ कुछ नुकसान भी जुड़े हुए हैं जो इस तकनीक के विस्तार को रोकते हैं। इसके नुकसान के बारे में निम्नलिखित हैं:  

1. जॉब लॉस:  -  एक उच्च स्तर की AI क्षमता वाले सिस्टम के प्रयोग से, नौकरियों को गुमराह करने और उन्हें नष्ट करने का खतरा होता है। कुछ जॉब्स के लिए यह खतरा बढ़ जाता है जैसे कि स्टोक ट्रेडिंग, कस्टमर सर्विस, और ट्रांसपोर्टेशन आदि।

2. गलत फैसले:  -  AI की अपूर्ण जानकारी और अलग-अलग संकेतों के बीच संघर्ष करने की क्षमता नहीं होती है जो कि गलत फैसलों के लिए उत्पन्न होती है। यह विशेष रूप से इसलिए संभव होता है क्योंकि AI डेटा पर आधारित होता है जो उत्पादन या उपयोग के समय अपूर्ण और पुराना हो सकता है।

3. गोपनीयता की चुनौती:  -  AI को ज्यादातर विषयों पर विशेष जानकारी उपलब्ध कराने की जरूरत होती है, जो उपयोगकर्ता की गोपनीयता को खतरे में डाल सकता है।

4. डेटा संरचना - AI के उपयोग से संग्रहित डेटा की संरचना के साथ कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। डेटा के संग्रह में त्रुटियों से लेकर डेटा की गलत संरचना तक अनेक समस्याएं हो सकती हैं।

  -निष्कर्ष :-  
  
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी कि AI एक तकनीकी फ़ील्ड है जो कंप्यूटर प्रोग्राम्स के माध्यम से मानव बुद्धि जैसे कार्यों को संभव बनाती है। इसमें मशीन लर्निंग, न्यूरल नेटवर्क्स, और डीप लर्निंग जैसी तकनीकों का उपयोग होता है।

AI को विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है जैसे वित्तीय विपणन, स्वास्थ्य सेवाएं, संचार, स्वच्छता उपकरण, और स्वतंत्र गाड़ियों के विकास में।

AI के लाभों में इसकी तेजी से बढ़ती और अनंत समस्याओं का समाधान है जो मानवों के लिए असंभव होता है। हालांकि, इसमें भी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जैसे इंसानी निर्णयों के बदलते मानदंड, डेटा एथिक्स, और सामाजिक रूप से सही उपयोग।

समय के साथ, AI के संभव लाभों और चुनौतियों के साथ वैज्ञानिक, नैतिक, और सामाजिक उत्पादों के विकास में आगे बढ़ावा देने के लिए उपयोग किया जाएगा।
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