धर्म क्या है ? What Is Religion ?
सामान्य अर्थ में धर्म को कर्त्तव्य भी कहा जा सकता है लेकिन धर्म की परिभाषा इससे विस्तृत होती है। धर्म एक मनुष्य तथा समाज के लिए सत्य और सही आदर्श नियमावली, कर्त्तव्य को निर्धारित करता है। कोई भी धर्म उसके अनुयायियों के लिए सही तरीके से जीवन जीने तथा उचित मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। धर्म का सम्बन्ध उसके निश्चित नियम, रीती रिवाज, प्रथाएँ तथा आस्था से होता है। एक मनुष्य का धर्म अलग अलग परिस्थितियों में अलग अलग हो सकता है लेकिन धर्म की एक व्यापक अवधारणा हमेशा सामान रहती है। सनातन धर्म को विश्व का सबसे पुराण धर्म माना गया है।
सनातन धर्म का अर्थ क्या है ?
Sanatan Dharma in Hindi : सनातन धर्म का अर्थ होता है "सदा बने रहने वाला धर्म" जिसका शाब्दिक अर्थ होता है "शाश्वत धर्म" जिसे अनादि तथा अनंत भी कहा जाता है। अन्य शब्दों में सनातन धर्म को सत्य, वैदिक और हिन्दू धर्म के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है की सनातन धर्म दुनिया का सबसे पुराना धर्म है जिसके प्रमाण आज के आधुनिक युग में भी मिलते रहते है।
सनातन धर्म की विशेषताएं
Sanatan Dharma: सनातन धर्म के रीती रिवाज, प्रथाएँ व् आदर्श अन्य धर्म के तुलना में बहुत अलग तथा विस्तृत है। जोकि निचे दिए गए है :
1. सनातन धर्म में ईश्वर तथा देवताओं का स्थान सबसे प्रमुख कहा जाता है। जोकि यह मानता है की जल, वायु, अग्नि, भूमि, नदियां, पेड़, पहाड़, सूर्य, चन्द्रमा,
ग्रह-नक्षत्र, आदि सभी को पूजनीय माना जाता है।
2. सनातन धर्म में प्रकृति को सबसे अधिक महत्व दिया गया है। प्रकृति को ही जीवन का आधार बताया जाता है। यहाँ तक की मनुष्य तथा किसी भी सजीव
वस्तु का जन्म तथा मृत्यु प्रकृति की गोद में ही होता है।
3. सनातन धर्म में बहुत से त्यौहार मनाए जाते है तथा इनमे से हर त्यौहार तथा धार्मिक अनुष्ठान के पीछे कोई इतिहास की घटना या वैज्ञानिक कारण होता है।
4. सनातन धर्म की वास्तविक भाषा संस्कृत है जोकि विश्व की सबसे पुरानी भाषा है।
5. सनातन धर्म में शिक्षा की गुरुकुल पद्धति का अनुसरण किया जाता था जिसमे शिक्षा के योग्य होते ही बालक को गुरुकुल में भेज दिया जाता था। अपनी
शिक्षा पूरी होने तक वह विद्यार्थी गुरुकुल में ही रहता और शिक्षा पूरी होने के बाद ही वह गुरुकुल से बहार निकलता था।
6. सनातन धर्म में मंदिरों का बहुत महत्व है। दुनिया के कोने कोने में प्राचीन से प्राचीन मंदिर देखने को मिलते है। सनातन धर्म से सम्बंधित हर देवी देवता के मंदिर आपको हर शहर, गांव में मिल जाएंगे।
7. वेदों तथा पुराणों को सनातन धर्म का आधार माना गया है। ऋग्वेद, यजुर्वेद, अर्थववेद तथा सामवेद में सनातन धर्म की संपूर्ण ज्ञान निहित है। इससे अलग 18 महापुराण भी है जिनमे ईश्वर से सम्बंधित सभी ज्ञान तथा कथाएँ शामिल है।
भगवद गीता के अनुसार सनातन धर्म का अर्थ
Sanatan Dharma Meaning Hindi: अर्जुन को समझाते हुए श्री कृष्ण कहते हैं कि, हे अर्जुन, जिसको जलाया नहीं जा सकता, जिसको मिटाया नहीं जा सकता, जिसको छुपाया नहीं जा सकता, जो सुख नहीं सकता, जो गीला नहीं हो सकता, जिसे बनाया नहीं जा सकता, जिसमें दैविक तथा रहस्यमई और परमात्मा के गुण विद्यमान है, वही सत्य सनातन कहलाने के योग्य है। इसका अर्थ होता है कि, भगवान श्री कृष्ण ने सनातन धर्म की तुलना स्वयं खुद से यानी की निरंकार स्वयं परमात्मा से की थी। श्री कृष्ण के अनुसार जिसका ना तो जन्म है और ना ही अंत है। उस परमात्मा के गुण जिस धर्म में है वह सनातन धर्म कहलाता है।
क्यों कहा जाता है हिंदू धर्म
Sanatan Dharma & Hindu Dharma : सनातन धर्म को "हिंदू धर्म" हिंदू शब्द के कारण कहा जाता है। हिंदू नाम हमें विदेशियों द्वारा दिया गया है। मध्यकाल के समय में तुर्क और ईरान देश से विदेशी भारत की तरफ आए थे, तब उन्होंने सबसे पहले सिंधु घाटी में प्रवेश किया था। उनकी भाषा में "स" अक्षर का उच्चारण नहीं था इसलिए वह सिंधु शब्द का उच्चारण करने के बजाय हिंदू शब्द का उच्चारण करते थे। उनके नाम के कारण भारत का नाम हिंदुस्तान पड़ गया और भारत में रहने वाले सनातन धर्म के अनुयायीयो को हिंदू कहा जाने लगा। सनातन धर्म के अनुयायी हिंदूओ की वजह से सनातन धर्म को भी हिंदू धर्म के नाम से जाना जाने लगा। आपकी जानकारी के बता दे की सनातन धर्म, हिंदू धर्म, वैदिक धर्म तथा शाश्वत धर्म सभी एक ही है।
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