हिंदू धर्म के 5 सबसे शक्तिशाली भगवान कौन कौन है जिनके अंशो तथा अवतारों की पूजा पुरे विश्व भर में अलग अलग तरीको से होती है , वैसे तो सनातन धर्म में बहुत से देवी देवताओ की पूजा होती है लेकिन ये प्रमुख पांच ऐसे देवता या भगवान है जिनका सनातन धर्म के अनुसार सृष्टि के पालन और सञ्चालन में अहम् योगदान है।
5 Most Powerful Hindu Gods |
भगवान शिव
मित्रों सनातन धर्म में ये ऐसे भगवानों सबसे मुख्य स्थान भगवान शिव का माना जाता है। क्योंकि भगवान शिव सृष्टि के निर्माण से पहले भी मौजूद थे, उनका न कोई जन्म है और न ही कोई अंत है। देवों के देव कहे जाने वाले भगवान शिव महाशक्तिशाली तथा महाज्ञानी भी है, उनकी वेशभूषा अन्य सभी से अलग है, वे महावैरागी कहलाते है। भगवान शिव ने समय समय पर कई अवतार लेकर सृष्टि के संचालन में अहम भूमिका निभाई है। भगवान शिव के जटाओं में गंगा जैसी पवित्र नदी निकलती है। चांद उनके मस्तक पर विराजमान है, गले में वासुकी नाग तथा शरीर पर लगी भस्म उनकी शोभा है, वे जितने शांत है उनका क्रोध उतना हीं प्रचंड होता है, उनका सबसे शक्तिशाली अस्त्र त्रिशूल है जिसे वे हमेशा धारण करते है।
भगवान विष्णु
सनातन धर्म में दूसरे सबसे प्रमुख भगवान विष्णु को माना जाता है। भगवान विष्णु सृष्टि के पालन कर्ता कहलाते है। शक्ति की बात करे तो इनकी शक्ति को भगवान शिव के बराबर ही माना जाता है, क्योंकि इतिहास में कई बार ऐसा हुआ है की भगवान शिव और विष्णु जी के बीच युद्ध हुआ, लेकिन सभी युद्ध में दोनो की शक्तियां समान होने के कारण युद्ध का कोई परिणाम नहीं निकला । भगवान विष्णु अब तक नौ अवतार लेकर पृथ्वी पर आ चुके है, जिनमे से सबसे मुख्य श्रीराम, श्रीकृष्ण, परशुराम, तथा नरसिंह अवतार सबसे शक्तिशाली अवतार थे। इनका सबसे शक्तिशाली अस्त्र सुदर्शन चक्र है।
भगवान ब्रह्मा
तीसरे सबसे मुख्य भगवान ब्रह्मा जी है जोकि ब्रह्मा, विष्णु, महेश त्रिमूर्ति का एक हिस्सा है। ब्रह्मा जी मुख्य कार्य ज्ञान की सहायता से सृष्टि का निर्माण करना है। जब भी पृथ्वी पर प्रलय आता है उसके बाद ब्रह्मा जी फिर से सृष्टि की रचना करते है। सनातन धर्म में सबसे अहम चार वेद भी ब्रह्मा जी ने अपने मुख से बोले थे। इन वेदों में पूरी सृष्टि के प्रश्नों के उत्तर मौजूद है। ब्रह्मा जी सबसे शक्तिशाली अस्त्र, ब्रह्मास्त्र है।
मां दुर्गा
चौथे स्थान पर मां दुर्गा आती है जोकि माता पार्वती का ही नाम है । इनके पास भगवान शिव के समान सभी शक्तियां मौजूद है। इनके नौ रूपों की शक्ति के बारे में तो आप भी जानते ही होंगे, इनको स्वयं प्रकृति भी कहा जाता है। मां पार्वती को जगत माता तथा जगत जननी भी कहा जाता है क्योंकि इन्होंने भी कई रूपों में अवतरित होकर सृष्टि का कल्याण किया है। माना जाता है की मां दुर्गा का महाकाली अवतार इतना अधिक शक्तिशाली है की उनके प्रचंड क्रोध को भगवान शिव भी शांत नहीं कर पर थे। इनके सभी रूपों की पूजा भारत के सभी स्थानों पर की जाति है।
हनुमान जी
पांचवे है हनुमान जी जोकि इस कलियुग में सबसे अधिक माने जाने वाले शिवांश है, भले ही हनुमान जी भगवान शिव के अंश जो लेकिन उनकी शक्तियों की कोई थाह नहीं है। हनुमान जी को अतुलित बलधाम इसीलिए कहा जाता है। एक तो वे भगवान शिव का अंश है और दूसरे वे भगवान राम के सबसे बड़े भक्त है। माना जाता है की जब हनुमान जी श्रीराम का नाम लेकर युद्ध में जाते है तो स्वयं ब्रह्मा जी भी उन्हें नहीं हरा सकते। हनुमान जी सात चिरंजीवियो में से एक है को कलियुग के अंत तक पृथ्वी पर ही कही रहते है। भारत के लगभग सभी राज्यों में हनुमान जी के मंदिर है । इनकी पूजा हर जगह होती है।
सनातन धर्म में जितने भी देवी देवताओ की पूजा होती है वे सभी इन्ही मुख्य पांच भगवानो के अंश या अवतार है जिनका जन्म इन्ही पांचो में से किसी एक भगवान से हुआ था।
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