मोबाइल के सुरक्षित उपयोग करने के टिप्स | MOBILE SAFETY TIPS IN HINDI

मोबाइल के सुरक्षित उपयोग करने के टिप्स | MOBILE SAFETY TIPS IN HINDI

SAFETY TIPS FOR SMARTPHONE  OR MOBILE PHONE IN HINDI | MOBILE SECURITY TIPS IN HINDI 

मोबाइल को सेफ रखने के तरीके|मोबाइल के लिए सिक्योरिटी टिप्स  Smartphone Safety Tips  

मोबाइल फ़ोन का महत्त्व 

आज के समय में मोबाइल फ़ोन हम सभी की जिंदगी का एक अहम् हिस्सा बन चूका है। फ़ोन के बिन रहना आज के टाइम में नामुमकिन है। आज हर वर्ग के व्यक्ति ,बच्चे ,बूढ़ो, महिलाओ सभी के पास अपना खुद का मोबाइल होता है। अगर तकनिकी विकास की बात करे तो यह बात बिलकुल जायज है क्योंकि आज  मोबाइल हमारी हर जरुरत की पूर्ति करने में सक्षम होता जा रहा है। हम अपने सभी काम जैसे ,दूरसंचार , बैंकिंग ,मनी ट्रांसफर ,शॉपिंग ,इंटरव्यू ,गेमिंग ,इंटरनेट ,आदि घर बैठे ही कर सकते है।  और पढ़े :- 


मोबाइल के लिए सिक्योरिटी टिप्स
MOBILE SAFETY TIPS

यह जानते हुए भी की मोबाइल की हमारी जिंदगी में कितनी अहमियत है हम अपने मोबाइल फ़ोन की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखते है क्योंकि यह बात हमें बचकानी सी लगती है। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे है अपने मोबाइल फ़ोन को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। कुछ सामान्य सी बाते है जिन्हे हम ध्यान म रख सकते है   Read More

मोबाइल को सेफ रखने के तरीके ( MOBILE SAFETY TIPS IN HINDI )

एक अच्छा पासवर्ड लगाना :-

एक  मुश्किल पासवर्ड  के बिना एक  मोबाईल  खतरनाक है क्योंकि यह आपकी सहमति के बिना आपके  पर मोबाईल अवांछित प्रवेश का स्वागत करता है।इसलिए हमेशा अपने फोन में पासवर्ड लगा कर रखे तो बेहतर होगा। आप या तो कीबोर्ड  नंबर लॉक लगा सकते है या फिर अपनी फिंगर प्रिंट को भी एक्टिव कर सकते है। जबकि मोबाईल में फेस लॉक लगाना उतना अधिक सेफ नहीं होता। अपने सेल फ़ोन के साथ सर्वोत्तम सेटिंग्स का उपयोग करें जो आप कर सकते हैं। भले ही आप अपना मोबाईल  खो दें या नहीं, आप बाहरी लोगों को  मोबाईल पर अपना डेटा खोने का जोखिम नहीं उठाएंगे।   और पढ़े :- 

चार्ज करते समय फ़ोन का इस्तेमाल न करें :-

बहुत से लोगो की यह आदत होती है की वह बात करते समय या फिर गेम खेलने के लिए अपने  बैटरी बचाने के लिए साथ में ही चार्जिंग लगा लेते है। फ़ोन को चार्ज करते समय उपयोग करने से बैटरी की लाइफ कम होती है तथा इससे कोई हादसा होने या फोन के गर्म होने की समस्या होती है। आपको  वास्तव में ऐसा करना बंद करना चाहिए  क्योंकि हाल ही में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जहां लोगों की जान भी गई है, वे चार्ज करते समय वायरलेस का उपयोग कर रहे थे। फिर से चार्ज करते समय मोबाइल फोन  का उपयोग करने से बचना  चाहिए |    Read More

मोबाइल पर ज्यादा वार्तालाप करने से बचे :-

इसमें कोई संदेह नहीं है की आज मोबाइल फोन ने व्यक्तियों के बीच की दूरी को कम कर दिया है। सस्ते इंटरनेट और कालिंग की सुविधा आपको अपने  कीमती लोगों के साथ लंबे समय तक बातचीत करने की स्वतंत्रता देती है। लेकिन इसका एक नकारात्मक प्रभाव भी हमारे मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ्य  पर पड़ता है। विशेषज्ञ के अनुसार 2 घंटे से अधिक समय तक  फ़ोन पर बात करना  स्वास्थ्य के लिए  हानिकारक  होता है। 

फ़ोन को साथ लेकर न सोये :-

जब आप आराम कर रहे हो या जब आप सो रहे हो तो आपको अपना स्मार्टफोन अपने सिरहाने या बिस्तर पर रखकर नहीं सोना चाहिए। इससे आपके फ़ोन की बॉडी ख़राब हो सकती है या उसकी कम्पन आपके दिल पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।   और पढ़े :- 

उपयोग न होने पर इंटरनेट डाटा बंद  करें। 

आज के समय इंटरनेट इतना सस्ता हो गया है की हर तबके का इंसान बच्चा ,बूढ़ा या जवान सभी के मोबाईल में इंटरनेट की सुविधा जरूर मिलती है। आज हर व्यक्ति के पास स्मार्टफोन है जिसमे अधिकतर लोग इंटरनेट डाटा को हमेशा चालू रखते है। इससे वातावरण में केवल रेडियो तरंगे हद से ज्यादा बढ़ जाती है।  इसलिए उपयोग न होने पर अपने डाटा को बंद करके रखे।   

नेटवर्क कम होने पर फोन का यूज़ न करें :-

कमजोर नेटवर्क या सिगनल वाले क्षेत्रों में अपने सेल फोन का उपयोग करने से टेलीफोन  से अधिक रडिएशन आ सकता है।अधिक संवेदनशील  सिगनल  का अर्थ है अधिक टेलीफोन रेडिएशन  और साथ ही दूसरी तरफ, बाद में यह  सिगनल कम हो तो अपने मोबाइल  फोन का उपयोग करने से बचे, क्योंकि  रेडिएशन अधिक होने से आपके दिमाग और शरीर को हानि पहुंचा सकता है। दरअसल, जब कंपनी का सिग्नल कमजोर हो तो आपको अपने मोबाईल  का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। सिग्नल कम होने पर अपने मोबाइल को साइड में रखें और रुकें। इसके अलावा, संकट के लिए अपने मोबाईल  का उपयोग वैसे ही करें जैसे वह था।   Read More

मोबाईल को हमेशा चार्जिंग न करे।  

कुछ लोगो की आदत होती है की वे फोन का उपयोग न होने पर हमेशा चार्जर से कनेक्ट करके रख देते है। ऐसा करना बिलकुल भी सही नहीं होता।  इससे आपके फोन की बैटरी फूल सकती है या फ़ोन जल्दी खराब होने की संभावना होती है। इसलिए अपने मोबाइल को केवल तभी चार्जर से कनेक्ट करे जब फ़ोन की बैटरी 15 % या उससे कम हो जाए।    और पढ़े :- 

हेडफोन से कानो की समस्या

आजकल हर किसी को ब्लूटूथ हेडफोन लगाने की आदत हो गई है। ब्लूटूथ हेडफोन कान के छेद को पूरी तरह से बंद कर लेते हैं इसलिए हेडफोन से निकलने वाली आवाज से हमारे कानों में बैक्टीरिया सात सौ गुना ज्यादा बढ़ जाते हैं। ऐसे में यदि कोई इंसान रोजाना ब्लूटूथ का इस्तेमाल करता है तो उसके सुनने की धीरे-धीरे कम होने लगती है। और दूसरा ब्लूटूथ हेडफोंस वॉयरलैस तकनीक पर काम करते हैं वायरलेस तकनीक रेडिएशन का बहुत बड़ा माध्यम होती है। आपका ब्लूटूथ हेडफोन रेडिएशन पैदा करता है सभा आपका मोबाइल फोन भी रेडिएशन को पैदा करता है जोकि आपके स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल ठीक नहीं है। ब्लूटूथ हेडफोन ज्यादा देर तक इस्तेमाल करने से कान की समस्या तो होती ही है साथ में सर भारी होना, नींद कम आना, जैसे समस्याएं भी होने लगती है।

निष्कर्ष 

* रात के समय अपने फोन की स्क्रीन की ब्राइटनेस (BRIGHTNESS) को कम रखे ताकि आपकी आँखों में जलन या दृष्टि की समस्या न हो।   Read More

* 20 % से कम बैटरी होने पर ही फोन को चार्ज करे। 

* इंटरनेट डाटा को हमेशा चालू न रखे। 

* चार्ज होते समय फोन का इस्तेमाल न करे। 

* फ़ोन को शर्ट की जेब में न रखे इसकी वाइब्रेशन से दिल की समस्या पैदा हो सकती है। 

*  वायरलेस हेडफोन का उपयोग एक घंटे से ज्यादा न करे।  

मोबाइल का उपयोग आपके जिंदगी को आसान बना सकता है लेकिन असावधानी से फोन का उपयोग करने पर यह आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है इसलिए अपने मोबाइल का उपयोग करते समय सावधानी अवश्य बरतें।   और पढ़े :- 

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