खान सर -परिचय, शिक्षा, परिवार तथा प्रेरणात्मक कोट्स | Khan Sir Biography in Hindi

खान सर परिचय तथा मोटिवेशनल कोट्स |  खान सर -परिचय, शिक्षा, परिवार तथा प्रेरणात्मक कोट्स 

KHAN SIR MOTIVATIONAL QUOTES IN HINDI

खान सर -परिचय

 पटना बिहार के खान सर के बारे में कौन नहीं जानता, जिनके पढ़ाने के अनोखे अंदाज के कारण वह देश भर में इतने प्रसिद्ध है कि सरकारी परीक्षा की तैयारी कर रहा कोई भी स्टूडेंट खान सर से एक बार अवश्य पढ़ना चाहता है। खान सर आपने देसी भाषा बिहारी और कभी कबार हिंदी में इतने अलग  और अनोखे तरीके से पढ़ाते हैं कि किसी भी मुश्किल से मुश्किल विषय को आसानी से समझा देते हैं। खान सर कहते हैं कि "हम तुम्हें पढ़ा रहे हैं दम है तो भूल कर दिखाओ" उनकी यह बात खान सर को अन्य शिक्षकों से बेहतर बनाती है। खान सर को लोग दूसरा कलाम जी के नाम से भी जानते हैं।   और अधिक पढ़े -

KHAN SIR BIGRAPHY IN HINDI
खान सर -परिचय

कौन है खान सर | Who is Khan Sir | Khan Sir Kon Hai

खान सर पटना के बहुत बड़े शिक्षण संस्थान खान जी एस रिसर्च सेंटर (khan GS Research Center) के संस्थापक, डायरेक्टर और जीएस GS के टीचर हैं है। खान सर अपने पढ़ाने के अनोखे अंदाज के लिए जाने जाते हैं जिसमे वह अपने बिहारी भाषा में मुश्किल से मुश्किल विषय को आसानी से समझा देते हैं। खान सर का एक युटुब चैनल भी है जिस पर खान सर आपने पढ़ाने की वीडियो बनाकर यूट्यूब पर भी डालते हैं। खान सर का यूट्यूब चैनल पूरी दुनिया में सबसे बड़ा शिक्षण चैनल है। जिस पर फिलहाल 17 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर हैं। खान सर के पढ़ाने की फीस  हर  एक स्टूडेंट से बहुत ही कम लेते हैं जो कि मात्र ₹200 होती है। खान सर का कहना है कि केवल ₹200 फीस इसलिए रखते हैं ताकि कोई भी विद्यार्थी यह कहकर उनके संस्थान से वापस ना जाए कि उसके पास पढाई की फीस के लिए पैसे नहीं है।

खान सर का परिवार | Khan Sir Family

खान सर का जन्म उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिले के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था।खान सर के पिताजी आर्मी में नौकरी करते थे जो कि इस वक्त रिटायर हो चुके हैं। खान सर की माताजी एक आम ग्रहणी है उनके एक भाई है जो कि कमांडो है। खान सर हमेशा से ही देश सेवा करना चाहते थे इसलिए उन्होंने पढ़ाई लिखाई करने के बाद एनडीए एग्जाम भी दिया था। वह एग्जाम तो पास कर गए थे लेकिन अपने शारीरिक तौर पर डिफेंस एकेडमी के लिए फिट नहीं थे इसलिए उनका सिलेक्शन नहीं हो पाया था।  और अधिक पढ़े -

खान सर का अनाथालय तथा गौशाला 

 खान सर देश सेवा तो नहीं कर पाए लेकिन अपने परिवार के प्रोत्साहन और हौसले के कारण उन्होंने निश्चय किया कि वह जनसेवा अवश्य करेंगे। इसीलिए  खान सर एक अनाथालय खोल चुके है जिसमें वह बेसहारा बच्चों को आश्रय देते हैं उनकी पढ़ाई लिखाई का खर्च वहन करते हैं । इसी तरह  खान  सर ने एक पशुशाला (गौशाला) भी खोल रखी है जिसने बहुत सारी बेसहारा गाय को रखा जाता है।

खान सर की शिक्षा | Khan Sir Education

खान सर ने अपनी  प्रारंभिक शिक्षा गोरखपुर में पूरी की उसके बाद  नौवीं क्लास में पढ़ते हुए उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रवेश एग्जाम की तैयारी की। जब वे दसवीं कक्षा में थे तब उन्होंने पॉलिटेक्निकल की तैयारी की थी और उसके बाद उन्होंने एआई ट्रिपल ई( AIEEE ) की तैयारी भी की लेकिन जिस दिन उनका एआई ट्रिपल ई (AIEEE)  का एग्जाम था उस दिन वह सुबहः उठ ही  नहीं पाए क्योंकि वह रात भर एग्जाम की तैयारी कर रहे थे जिस कारण उनका यह (AIEEE) का पेपर देने का सपना अधूरा रह गया। उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन अलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पूरी की। खान सर ने पीएचडी की शिक्षा भी पूरी की है तथा खान सर एक मानचित्र विशेषज्ञ भी हैं। अपने कॉलेज के दिनों में वे एक बार जेल भी जा चुके हैं क्योंकि वे  स्टूडेंट यूनियन दल के सदस्य थे और स्टूडेंट्स के हित के लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ा।

(Khan GS Research Center) का विचार 

खान सर जब छोटे थे अक्सर अपने ननिहाल बिहार में आया जाया करते थे और काफी समय बिताते थे बिहार के लोगों सेवा है अपने पुराने इतिहास जैसे महान राजाओं गणितज्ञ आदि के बारे में पूछा करते थे। धीरे-धीरे उन्होंने इतिहास के बारे में जानना और रुचि लेना प्रारंभ किया। जब मैं डांसर ने यह देखा कि बिहार जोकि पूरा महाराजाओं की भूमि है और आज के शिक्षा कुरीतियों के कारण पिछड़ रहा है तो उन्होंने निश्चय किया कि वे बिहार के लोगों को सस्ती शिक्षा मुहैया करवाएंगे। अपने इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए खान सर ने खान जी एस रिसर्च सेंटर की स्थापना की जिसमें मात्र ₹200 एक स्टूडेंट से फीस ली जाती है।  और अधिक पढ़े -

खान सर के कुछ प्रेरणात्मक कथन (शायरी) | Khan Sir Motivational Quotes & Poetry 

  1. हम तुम्हे पढ़ा रहे हैं दम है तो भूल कर दिखाओ, याद करके नहीं!

2. पहचान से मिला काम बहुत देर तक नहीं रहती है लेकिन काम से मिलने वाली पहचान आजीवन रहती  है। -खान सर
3. अपनी मंजिल को भुला कर जिया तो क्या जिया हैं दम तुझमे तो उसे पाकर दिखा। लिख दे खून से अपनी कामयाबी की कहानी और बोल उस किस्मत से दम है तो मिटा के दिखा।- खान सर
4. जो बात तुझमे है वो तेरे तस्वीर में कहाँ! -खान सर
5. पतंग को पता होता है उसका अंत एक कचड़े में जाकर होगा। लेकिन उससे पहले उसे आसमान छूकर दिखाना होता है। – खान सर  
6. पहाड़ो को चीर कर जब नदी निकलती हैं तो कभी नहीं पूछती है की समुन्दर अभी कितना दूर है, और नदी में गिरने से कभी किसी की मौत नहीं होती, मरता तो वही है जिसे तैरना नहीं आता। – खान सर
7. मेहनत बता देती है की परिणाम कैसे मिलेगा वार्ना परिणाम तो बता ही देता हैं की आपका मेहनत कैसा था! – खान सर
8. दुनियां भी रोयेगी और उनका दिल भी रोयेगा डूबेगी कस्ती मेरी तो शाहिल भी रोयेगा! इतना प्यार बाटूंगा इस दुनिया में की मेरे मरने के बाद मेराआशिक़ तो क्या मेरा कातिल भी रोयेगा! – खान सर
9. छत को बहुत गुरुर था छत होने का, एक मंजिल और बन गया छत फर्स हो गया। अहंकार कभी नहीं कीजियेगा, क्योंकि तूफान ज्यादा हो तो कस्ती डूब जाती हैं और घमंड ज्यादा हो तो हस्ती डूब जाती है। – खान सर 
10. लाखों रुपये की अहमियत कुछ नहीं है उस एक रुपये के आगे, जो माँ स्कूल जाते वक्त देती थी। गौर से देखा करो माँ बाप के आंखों में ये वो आईने होते हैं जिसमे कभी बच्चे बूढ़े नहीं होते। – खान सर  
11. अरे अगर आपको दिल लगाना ही है तो किताबों से लगाओ न, वेवफा भी निकलेगी तो मुकद्दर बना कर जाएगी। – खान सर
12.. जो पानी से नहायेगा वो अपना लिबाज़ बदलेगा और जो पसीने से नहायेगा वो एक इतिहास बदलेगा। – खान सर
13.. दिन में सबके लिए २४ घंटे होते हैं, लेकिन इसी २४ घण्टे में किसी को प्यार करके पति बनने का शौक है और किसी को मेहनत करके करोड़पति बनने का शौक हैं। तो आप सोचिये की आपको क्या बनना हैं क्योंकि जब लोग वर्षो बाद मिलेंगे तो वे ये नहीं पूछेंगे की कितनी गर्लफ्रेंड हैं। लोग पूछेंगे कमाता कितना हैं हैसियत कितनी है।


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