पृथ्वी का सबसे बड़ा रेगिस्तान "सहारा रेगिस्तान" | भगवान की आँख , OASIS झील
THE SAHARA DESERT | सहारा रेगिस्तान
सहारा रेगिस्तान इस धरती का सबसे विशाल रेगिस्तानों में से एक है जोकि अफ्रीका महाद्वीप के उत्तरी भाग में फैला हुआ है। इसका आकार लगभग U.S.A के बराबर है। इसका क्षेत्रफल लगभग 9.2 मिलियन वर्ग किलोमीटर है। यह दुनिया का सबसे गर्म रेगिस्तान माना जाता है जहां पर दिन के समय झुलसा देने वाली गर्मी पड़ती है तो रात के समय शरीर कंपा देने वाली ठण्ड पड़ती है। इस रेगिस्तान के कई इलाको कई कई वर्षो तक वर्षा नहीं होती। सहारा रेगिस्तान इतना गर्म है कि यहाँ बारिश नाम मात्र की होती है और बारिश का पानी ज़मीन पर गिरते ही वाष्प में बदल जाता है। सहारा डेजर्ट की सबसे ख़ास बात यह है कि इतना गर्म होने के बाद भी यहाँ पेड़-पौधे, वनस्पति और 4 मिलियन लोग जीवित रह रहे है। सन 2006 में सहारा रेगिस्तान में उल्का पिंडों की खोज की गई थी। सहारा रेगिस्तान के भीषण गर्म होने के बाबजूद भी पर्यटक यहाँ घूमने के लिए आया करते हैं।
सहारा रेगिस्तान में वर्षा के बहुत ही कम होने का कारण है यह की गर्म हवाएं जोकि वहां बादलो को बनने ही नहीं देती। जीवन की इतनी कठोर परिस्थितियों के बाद भी सहारा मरुस्थल में जीवन आज भी पनपता है। इस रेगिस्तान में 500 से ज्यादा पेड़-पोधो की प्रजातियां पाई जाती है। जोकि इस सूखे रेगिस्तान में फलते फूलते है। इसके साथ ही इसमें अनेको प्रकार के जीव-जंतु भी जीवन के साथ संघर्ष करते है जिसमे ऊँट ,सांप ,बिच्छू ,कीट -पतंगे शामिल है।सहारा रेगिस्तान में कुछ इंसानी सभ्यताए आज भी मौजूद है। ये लोग अपने आने जाने के लिए रेगिस्तानी ऊँटो का सहारा लेते है।
हमेशा से रेगिस्तान नहीं था
वैज्ञानिको का यह मानना है कि आज से लगभग छह हजार साल पहले सहारा रेगिस्तान बहुत ही हरी-भरी भूमि हुआ करता था। पहले सहारा रेगिस्तान में भी बहुत बारिश होती थी परन्तु अचानक जलवायु परिवर्तन ने इस क्षेत्र को बहुत प्रभावित किया और सहारा एक रेगिस्तान के रूप में बदल गया। सहारा रेगिस्तान में हजारों साल पहले लोग रेगिस्तान के किनारे पर रहते थे। परन्तु धीरे-धीरे यहाँ की गर्मी के कारण लोगों ने अपने निवास स्थान को बदल लिया। सहारा रेगिस्तान में अफ्रोवेंटर, जोबेरिया और आउनोसोरस सहित डायनासोर के जीवाश्म भी यहाँ पाए गए हैं। 1600 ईसा पूर्व पृथ्वी की धुरी में बदलाब हुए जिसने अफ्रीका का मरुस्थलीकरण कर दिया। यहाँ 4000 ईसा पूर्व के कृषि के निशान भी पाए गए है। सन 1922 में तूफान और बाढ़ ने अल्जीरिया में तमनरासेट को नष्ट कर दिया था।
THE OASIS LAKE | OASIS झील
सहारा रेगिस्तान में कुदरत का एक अनोखा करिश्मा देखने को मिलता है जो एक साफ सुथरे पानी की एक झील "OASIS" है जिसके आस पास एक अलग ही माहौल होता है। इस छोटी से झील के आस पास हमेशा हरियाली रहती है। यहाँ पर पशु पक्षी आदि सभी जानवर अपनी प्यास बुझाने के लिए आते रहते है। गर्मी में तपते और सूखे रेगिस्तान में ऐसी सुन्दर झील का होना वाकई में एक अलग दुनिया का एहसास करवाता है।
THE RICHAT STRUCTURE | भगवान की आँख
विश्व के तीसरे सबसे बड़े रेगिस्तान में एक और अजूबा देखने को नसीब होता है जिसे हम " RICHAT STRUCTURE" के नाम से जानते है। यह लगभग 40 किलोमीटर में फैला ऐसा स्थान है
जो अंतरिक्ष से देखने पर किसी इंसानी आँख जैसा दिखाई देता है। इसलिए इसे "THE EYE OF GOD" (भगवान की आँख) भी कहा जाता है।यह अद्भुत स्थान वेस्ट सेन्ट्रल मॉरिटानिया में मौजूद है। यह एक गोल चक्कर के जैसा दिखाई देता है। इस स्ट्रक्चर के बनने का रहस्य वैज्ञानिक आज तक भी नहीं सुलझा पाए है। इस आँख को अन्तरिक्ष से स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। कई शोध कर्ताओं का मानना है की यह आँख इंसानों द्वारा बनाई गई थी और कई शोध कर्ताओं के अनुसार इस अद्भुत संरचना को रेत के बीचों-बीच एलियन द्वारा बनाया गया माना जाता हैं। इसके अलावा भी सहारा रेगिस्तान से जुड़े कई रहस्य है।
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