हरियाणा की राजधानी, भौगोलिक स्थिति, पहनावा, इतिहास, भाषा, त्यौहार
CULTURE OF HARYANA IN HINDI | HARYANVI CULTURE IN HINDI
HARYANA HISTORY, CAPITAL, GEOGRAPHY, DRESSING AND LANGUAGE
आज के इस आर्टिकल में हम हमारे भारत के सबसे दबंग और अनोखे राज्य हरियाणा के बारे में बात करेंगे। भारत को इंटरनेशनल खेलों में सबसे अधिक पदक दिलाने वाले राज्य हरियाणा का अपना एक इतिहास रहा है जोकि इसे भारत का सबसे अनोखा राजा बनाता है। हरियाणा भारत का एक कृषि प्रधान राज्य हैं जोकि अपने लोगों के साथ-साथ भारत के बहुत से हिस्से को अनाज प्रदान करता है। हरियाणा में लगभग सभी धर्मों के लोग रहते हैं और अपने अपने धार्मिक विश्वासों के साथ फल फूल रहे है । तो आइये भारत के सबसे अनोखे राज्य भारत के बारे में कुछ और जानकारी साझा करते है :-
हरियाणा राज्य भारत के उत्तरी ध्रुव में स्थित है जोकि 1 नवंबर 1966 को भाषा के आधार पर पंजाब से अलग किया गया था। हरियाणा राज्य के साथ पंजाब दिल्ली राजस्थान और उत्तर प्रदेश इन सभी राज्यों की सीमाएं सटी हुई है।
हरियाणा की राजधानी | CAPITAL OF HARYANA
हरियाणा राज्य की राजधानी चंडीगढ़ है जोकि पंजाब की राजधानी भी है। हरियाणा तथा पंजाब की राजधानी होने के कारण चंडीगढ़ हरियाणा के सबसे ज्यादा विकसित क्षेत्रों में से एक है। जिसमें आधुनिकता के साथ साथ ऐतिहासिक स्थानों को भी देखा जा सकता है। क्षेत्रफल के आधार पर हरियाणा भारत का 21 वा सबसे बड़ा राज्य हैं। तथा जनसंख्या के आधार पर यह भारत का 18 वा राज्य है। भारत की राजधानी दिल्ली हरियाणा में 3 अलग-अलग जगह से घिरी हुई है। शायद इसीलिए हरियाणा के दक्षिणी भाग को राजधानी दिल्ली में शामिल किया जाता है।
हरियाणा की भौगोलिक स्थिति | GEOGRAPHY OF HARYANA
अगर हरियाणा के भौगोलिक स्थिति की बात करें तो हरियाणा में कुल 28 जिले हैं जिनमें से माना जाता है कि जींद जिला सबसे पुराना है। जनसंख्या के आधार पर यदि देखा जाए तो फरीदाबाद हरियाणा का सबसे बड़ा जिला है और यदि क्षेत्रफल के आधार पर देखा जाए तो भिवानी सबसे बड़ा जिला है।हरियाणा राज्य पूरी तरह से इतिहास से जुड़ा हुआ है तथा इसके हर जिले तथा हर स्थान का इतिहास में एक अलग महत्व है। दूसरी तरफ हरियाणा को इतिहास के सबसे बड़े धर्म युद्ध की रणभूमि भी कहां जाता है क्योंकि महाभारत का महायुद्ध हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में लड़ा गया था।
हरियाणा की भाषा या बोली। LANGUAGE OF HARYANA
वैसे तो हरियाणा अपने खड़ी बोली जिसे हम हरियाणवी कहते हैं से अधिक जाना जाता है क्योंकि हरियाणा के 70 परसेंट गांव में रहने वाले लोग शुद्ध हरियाणवी बोलते हैं जो कि हर गांव तथा क्षेत्र के साथ-साथ थोड़ी-थोड़ी बदल जाती है। लेकिन फिर भी हरियाणा की ऑफिशियल भाषा हिंदी है। हरियाणा में लगभग 87 प्रतिशत लोग हिंदी बोलते हैं बाकी जो लोग हरियाणा के गांव में रहते हैं वे ज्यादातर हरियाणवी बोलना ही पसंद करते हैं। हरियाणवी हरियाणा की क्षेत्रीय भाषा है लेकिन हरियाणा में अलग-अलग तरह के धर्मों के लोग रहते हैं इसलिए वह अपने धार्मिक लैंग्वेज में बातें करना पसंद करते हैं। जैसे पंजाबी हिंदी बिहारी और बंगाली यह सभी भाषाएं हरियाणा के अंदर थोड़ी बहुत बोली जाती हैं। हरियाणा के हर स्थान पर हरियाणवी भाषा को अलग लहजे में बोला जाता है । ऐसा माना जाता है कि हरियाणा के उत्तरी क्षेत्र में बोली जाने वाली हरियाणवी काफी सरल होती हैं लेकिन हरियाणा के दक्षिणी भाग में बोली जाने वाली हरियाणवी बहुत ज्यादा मुश्किल और एकदम खड़ी होती है जिसको एक आम हिंदी जाने वाले व्यक्ति समझ नहीं पाता।
हरियाणा की त्यौहार संस्कृति | FESTIVAL CULTURE OF HARYANA
हरियाणा के अधिकतर जनसंख्या हिंदू धर्म से संबंध रखती है इसलिए हरियाणा में हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले सभी त्योहार को हरियाणा वासी बड़े धूमधाम से मनाते हैं। हरियाणा के सभी जिलों तथा स्थानों पर अलग-अलग पौराणिक परंपराओं तथा रीति-रिवाजों का बोलबाला होता है। हरियाणा वासी अपने हर त्योहार को बड़ी धूमधाम से मनाना पसंद करते हैं उसके लिए वे त्योहारों पर नाचते गाते हैं खुशियां मनाते हैं जुलूस निकालते हैं रैलिया करते हैं। हरियाणा में शादी तथा बच्चे के जन्म के अवसर पर भी सभी मिलजुल कर मनाना पसंद करते हैं। हरियाणा में आज भी लड़का लड़की के विवाह को पुरानी परंपराओं के अनुसार संपादित किया जाता है।
चैम्पियन की भूमि " हरियाणा " | LAND OF CHAMPIONS "HARYANA"
हरियाणा को चैम्पियन की भूमि भी कहा जाता है। क्योंकि यह बड़े बड़े पहलवानो तथा खिलाड़ियों जैसे नीरज चोपड़ा, साइना नेहवाल, जैसे प्रतिभाशाली लोगो की जन्मभूमि रही है। भारत को अंतर्राष्ट्रीय खेलो में स्वर्ण तथा कई अन्य तरह के अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों को दिलाने में हरियाणा राज्य की अहम् भूमिका रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है जिसमे 2010 में दिल्ली में हुए कॉमन वेल्थ खेलो में 33 गोल्ड मैडल में से 22 गोल्ड मैडल पुरस्कार अकेले हरयाणा राज्य ने जीता था। इसके साथ ही हाल ही में हरियाणा के पानीपत के नीरज चोपड़ा ने को भाला फेकने में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया था। और ऐसे ही अन्य बहुत से खिलाडी है जिन्होंने विदेशो में भी भारत का डंका बजाया है। मनोज कुमार,संग्राम सिंह, अमित भंगल, साइना नेहवाल, तथा वर्ल्ड चैंपियन निशानेबाज जसपाल राणा जैसे खिलाडी हरियाणा में ही जन्मे है। पहलवानी में भी हरियाणा राज्य हमेशा आगे रहा है जिसमे मुख्य खिलाडी जैसे शुशील कुमार, गीता और बबिता फोगाट भी शामिल है।
हरियाणा का पहनावा | DRESSING OR CLOTHING OF HARYANA
हरियाणा के लोगों का पहनावा बहुत ही सरल होता है जिसमें पुरुषों के लिए सफेद कपड़े का धोती कुर्ता और सर पर पगड़ी पहने जाते हैं। जबकि महिलाओं के लिए सामान्य पहनावा घागरा कुर्ती और चुंदड़ी होती है। महिलाओं के परिधानों को कुर्ते दामन भी कहां जाता है। धोती कुर्ता पगड़ी और कुर्ती दमण चुंदड़ी वस्त्रों के यह नाम हरियाणा की संस्कृति को दर्शाते हैं। पहले के लोग हरियाणा में केवल इन्हीं दो परिधानों को पहनते थे लेकिन समय के साथ-साथ हरियाणा के लोगों में भी कपड़े को लेकर आधुनिकता देखने को मिलती है। आज के समय में हरियाणा में आधुनिक समय में पहने जाने वाले सभी परिधान जैसे सूट, सलवार, लहंगा, प्लाजो, कुर्ती, जींस, टी शर्ट, पजामा टॉप साड़ी आदि सभी तरह के परिधान उपयोग किए जाते हैं।
हरियाणा का ऐतिहासिक युद्ध "महाभारत" | "BATTLE OF MAHABHART" IN HARYANA
हरियाणा को भारत की ऐतिहासिक भूमि भी माना जाता है क्योंकि हरियाणा के 1 जिले जिसे हम कुरुक्षेत्र जिले के नाम से जानते हैं। उसमें इतिहास का सबसे बड़ा धर्म युद्ध तथा सबसे बड़ा महायुद्ध लड़ा गया था जिसमें अनगिनत योद्धाओं की मृत्यु हो गई थी। महाभारत का युद्ध कौरवों तथा पांडवों के बीच लड़ा गया था । इस महायुद्ध में एक तरफ पांच पांडव तथा उनके साथ कुछ सहयोगी योद्धा थे जिनमें से भगवान श्रीकृष्ण भी युद्ध में शामिल हुए थे। वहीं दूसरी ओर कौरव सेना में राजा धृतराष्ट्र के राजपरिवार से जुड़े सभी महान योद्धा जिनमें दुर्योधन दुशासन भीष्म द्रोणाचार्य कृपाचार्य और अश्वत्थामा आदि महान योद्धा थे। माना जाता है कि यह युद्ध इतिहास का सबसे भयंकर युद्ध था जो कि लगभग 18 दिन तक चला। इस युद्ध के प्रमाण आज भी हरियाणा की धरती पर कहीं ना कहीं देखने को मिल जाते हैं। वहीं दूसरी ओर हरियाणा के पानीपत जिले में भी इतिहास की 3 सबसे बड़ी लड़ाइयां हुई है जिनमें पानीपत के प्रथम,द्वितीय तथा पानीपत की तीसरी लड़ाई भी शामिल है।
हरियाणा की लोकगीत तथा नृत्य | HARYANVI FOLK SONGS AND DANCES
अन्य राज्यों की तरह हरियाणा की भी संगीत और नृत्य से जुडी खुदकी एक अलग पहचान है, जिसमे हरियाणा के परंपरागत नृत्य में गणगौर, झूमर, खोरिया नृत्य, फाग, दाफ, लूर, धमाल इत्यादि शामिल होते है। राज्य में सालभर में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम, विशेष पर्व त्यौहार तथा शादी और अन्य ख़ुशी के मौको पर लोगो द्वारा इन नृत्यों को किया जाता है, जिसमे राज्य के अनोखे पहचान की झलक देखने को मिलती है।नृत्यकला के साथ साथ संगीत कला का भी हरियाणा में अच्छा खासा प्रचलन और विस्तार हुआ है, जिसमे शास्त्रीय संगीत और लोकगीत जो के ग्रामीण जीवन से जुड़े होते है इनको भी काफी पसंद किया जाता है। परंपरागत शास्त्रीय संगीत में पहाड़ी पध्दति का राग, भैरवी राग और मल्हार राग यहाँ के लोगो द्वारा काफी पसंददीदा तौर पर सुना जाता है, जाहिर तौर पर इस तरह के कलाकार भी यहाँ बड़े तौर पर पाए जाते है।
हरियाणा के बारे में अन्य जानकारी
हरियाणा राज्य में प्रतिव्यक्ति आय लगभग २००००० से ऊपर आती है। कृषि उत्पादन में भी हरियाणा एक अनाज उत्पादक राज्य है। हरियाणा भारत का ऐसा राज्य है जिसमे सबसे पहले 100 % यानि पूर्ण विद्युतीकरण हो चूका है। हरियाणा की साक्षरता दर 67.31 % है जोकि अन्य राज्यों की तुलना में काफी अच्छी है। हरियाणा की लगभग आधी आबादी कृषि या खेती करते है। हरियाणा ही वह राज्य है जिसमे आपको सबसे अधिक धनवान किसान मिल जाएंगे। भारत का सबसे बेहतरीन बासमती चावल भी हरियाणा में ही उगाया जाता है। हरियाणा के ग्रामीण लोगो को अधिकतर दूध दही खाना पसंद होता है क्योंकि बहुत से लोग हरियाणा में पशुपालन करते है तथा अपने घर में उत्पादित दूध, दही, घी, लस्सी आदि का सेवन करते है।
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