WORRY WHY WE DO -क्यों चिंता करता है इंसान ?

WORRY WHY WE DO -क्यों चिंता करता है इंसान ?

WHY DOES A HUMAN WORRY 

(क्यों चिंता करता है इंसान ?)

 इस संसार में जितने भी जीवित प्राणी है इंसान उनमे से सबसे अधिक बुद्धिमान है। प्रकृति ने जो खुबिया इंसान को दी है वो अन्य किसी भी जीव  को नहीं दी। इसके बावजूद भी एक इंसान बाकि सभी जीवो से अधिक तनावग्रस्त तथा चिंतित रहता है ऐसा क्यों है की इंसान को छोड़कर अन्य कोई भी जीव चिंता नहीं करता।  

इसका कारण स्वयं इंसान ही है क्योंकि अन्य सभी जीव केवल अपने वर्तमान में जीते है तथा वे कभी भी भविष्य या अतीत के बारे में सोचकर दुखी नहीं होते। इसके अलावा अन्य जीव केवल अपनी भूख मिटकने के लिए ही कार्य करते है जुनका मकसद अपने केवल वर्तमान में अपनी क्षुधा को शांत करना होता है।  


जबकि एक इंसान अन्य जीवो की तुलना में बहुत ही मतलबी तथा स्वार्थी होता है। वह वह अपने वर्तमान के साथ साथ अपने अतीत को याद करके तथा अपने भविष्य के बारे में सोचकर हमेशा चिंतित रहता है। 

एक इंसान को अन्य जीवो की तुलना में अपने साथ साथ अपने सभी रिश्ते नाते के बारे में भी सोचना पड़ता है। हम सभी इंसान समाज का हिस्सा होते है जो हमने ही बनाया होता है जिसके तौर तरीको के का पालन करते हुए हम समाज में अपने वजूद के लिए हमेशा संघर्ष करते है। एक इंसान केवल अपनी ही नहीं बल्कि अपने पुरे परिवार के खाने-पीने  से लेकर पहनने तथा पढ़ने लिखने तक के बोझ को अपने कंधो पर हमेशा लादे रहता है। जिनके लिए वह ज्यादातर समय चिंता तथ तनाव में गुजार देता है। दूसरे जीव केवल वर्तमान समय में अपने भोजन का इंतजाम करता है जबकि एक इंसान अपने वर्तमान के साथ अपने भविष्य को सवारने के लिए हमेशा कार्यरत रहता है।  

अन्य सभी जीव अपने आहार तथा जीवन यापन के लिए हमेशा प्रकृति पर निर्भर रहते है लेकिन इंसान प्रकृति के आलावा भी कई जरुरत की वस्तुओं पर निर्भर है जो उसने स्वयं ही बनाई है जैसे की पैसा तथा मुद्रा। पैसा इंसान के जीवन की एक आधारभूत जरुरत है लेकिन फिर भी हम पैसे के पीछे ऐसे भागते है जैसे हम पैसे को साथ लेकर जा पाएंगे। 

इंसान को छोड़कर कोई भी जीव केवल तभी प्रयास करता है जब उसे भूख लगी हो।  जबकि एक इंसान दिन निकलने से लेकर रात होने तक  कड़ी मेहनत करता है ताकि यह दो वक्त के खाने के साथ भविष्य के लिए कुछ पैसे  बचा कर रख सके या उस पैसे से अपने जीवन में विलासिता की वस्तुओ को खरीदकर अपने जीवन को आरामदायक बना सके। क्योंकि हम पैसो को सबसे अधिक अहमियत देने लगे है। अधिक से अधिक पैसा कमाने के चक्कर में हम अपने परिवार को अपना कीमती समय भी नहीं दे पाते जो हमारी चिंताओं का सबसे अहम् कारण है।  

 WORRY

यद्यपि इस संसार में हर जीव -जंतु अपने  जीवन की दौड़ में लगा रहता है लेकिन उन सभी में से हम इंसान ही ऐसे है जो एक दूसरे से आगे निकलने की दौड़ में लगे रहते है और हमारी चिंताओं की सबसे बड़ी वजह भी यही है की हम एक साथ मिलकर दौड़ने की बजाय दुसरो को पीछे छोड़ने के लिए भाग रहे है। 

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