HUMAN BEHAVIOR
मानवीय व्यव्हार
मानवीय व्यव्हार (HUMAN BEHAVIOR) को आसान भाषा में कहे तो यह एक मानव द्वारा किया गया व्यव्हार होता है। अन्य शब्दो में कहे तो जब भी आप किसी व्यक्ति से कोई बात करते है और वह व्यक्ति आपकी बातो को सुनकर ,समझकर जो प्रतिक्रिया देता है उसे ही हम उसका व्यव्हार कह सकते है। एक इंसान के व्यव्हार में उसकी कई तरह की मानसिक संवेदनाए काम करती है जैसे इंसान की समझ ,उसका अवबोध , उसका दृष्टिकोण आदि विशेषताए होती है जो एक मानव के व्यव्हार को प्रभावित करती है।
एक इंसान का व्यवहार (HUMAN BEHAVIOR) प्रतयेक व्यक्ति के लिए अलग अलग होता है। किसी इंसान का व्यवहार किसी व्यक्ति के लिए कैसा होगा यह सामने वाले व्यक्ति की बातो तथा हमारी प्रकृति पर निर्भर करता है। हमारा व्यवहार किसी के साथ अच्छा तो किसी के साथ बुरा भी हो सकता है ये भी हमारी अवबोध तथा मनोवृति पर निर्भर करता है। आपका व्यव्हार यह मुख्य रूप से आपकी क्रिया तथा प्रतिक्रिया का सार होता है।
FACTORS AFFECTING THE HUMAN BEHAVIOR
१. मनोवृति - मनोवृति या दृश्टिकोण से आशय होता है की आप किसी के परिस्थिति व किसी इंसान के बारे में क्या सोचते है। जब भी आप किसी व्यक्ति से बात करते है तो हमेशा उसके बातो के बारे में आप सकारात्मक या नकारात्मक भाव अपने मन में बना लेते है यह आपके मनोवृति पर निर्भर करता है और यह सीधे तौर पर आपके व्यव्हार(HUMAN BEHAVIOR) को प्रभावित करता है।
२. अवबोध - जब आप किसी भी चीज या बात को महसूस करते है की क्या हुआ है तो यह आपका अवबोध होता है। इसका सीधा मतलब यह है की आपकी इन्द्रियों के द्वारा कुछ महसूस किया गया है जैसे सुन्ना , समझना , देखना आदि अवबोध के घातक होते है जोकि आपके व्यव्हार (HUMAN BEHAVIOR)को प्रभावित करते है।
३. मनोभाव या भावनाएं - किसी व्यक्ति या परिस्थिति के प्रति आपकी क्या भावनाए है यह बात भी आपके व्यव्हार को प्रभावित करती है। आपकी मन के भाव किसी भी व्यक्ति या परिस्थिति में अलग अलग हो सकते है जिसके आधार पार आप दुसरो के साथ उसी प्रकार का व्यव्हार करते है।
इसी तरह मानवीय व्यव्हार (HUMAN BEHAVIOR) हमेशा अलग व्यक्तियों तथा अलग परिस्थितियों के लिए भिन्न भिन्न होता है।
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